ठुमरी-दादरा “रंगी सारी गुलाबी चुनरिया रे, मोहे मारे नजरिया सांवरिया रे जावो जी जावो बनावो ना बतियां ,एजी बाली है मोरी उमरिया रे“ इन्हीं दो पंक्तियों का विस्तार है यह ठुमरी| ठुमरी की उत्पत्ति लखनऊ के नवाब वाजि़द अली शाह के दरबार से मानी जाती है | भारतीय शास्त्रीय संगीत एवं लोक संगीत के बीच की कड़ी को जोड़ने वाला एक मूल बिंदु ठुमरी है इसमें रस, रंग और भाव की प्रधानता होती है, जिसमें राग की शुद्धता की तुलना में भाव सौंदर्य को ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है | संगीत कि यह विधा मेरे बहुत क़रीब है, आशा करती आप सभी को पसंद आएगा The team with me behind in this venture Vocals- Parul Mishra Tabla- Kaushik Basu Cinematography- Ashray Goyal Assistant (camera)- Sandeep Roy Post- Flying Bees Entertainment Recorded at- Ashok Honda, Mumbai Sound Recording- Ansari Shakeel Ahmed Camera & Lights- Deb Vision Spacial Thanks- Oni Follow Parul Mishra on : Youtube - Facebook- Instagram- Twitter-
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