This film takes us back to early 2000 to join S.N. Goenka and 700 of his students on a journey through the golden land of Myanmar. Under his inspiring guidance, we explore the past generations of this tradition of Vipassana. We also learn how we can carry this tradition forward into a new millennium. पवित्र भूमि की तीर्थयात्रा यह फिल्म हमें सन 2000 की शुरुआत में ले जाती है जब श्री एस.एन. गोयन्काजी और उनके 700 छात्र स्वर्ण भूमि म्यांमार की यात्रा पर गए थे। गोयंकाजी के प्रेरक मार्गदर्शन के साथ हम विपश्यना की इस परंपरा की पिछली पीढ़ियों के बारे में सीखते हैं। हम यह भी सीखते हैं कि हम इस परंपरा को अगले सैकड़ो
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